झाईया जो देखने में अच्छी नहीं लगती हैं, तेज धूप के कारण और शारीरिक स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण भी चेहरे पर झाइयाँ पड़ जाती हैं। झाइयाँ अकसर पेट की खराबी से होती हैं या फिर अधिक तनावग्रस्त रहने से *खुश रहें, चिंता न पालें, पानी खूब पिएँ, दिन में कम से कम एक बार नीबू निचोड़कर पिएँ।
👉🏻झाईयां कई प्रकार की होती है।
1. एपीडर्मल झाइयां:- इस अवस्था में केवल ऊपरी सतह ही प्रभावित होती है। इस तरह की झाइयों को ठीक करना आसान होता है।
2. डर्मल झाइयां:-
इसमें पिगमेंटेशन त्वचा की गहराई तक होता है। इसका ट्रीटमेंट कठिन होता है।
3. मिश्रित:- इस तरह की झाइयों का ट्रीटमेंट काफी कठिन होता है। इसमें लेज़र और पील उपचार आदि को संयुक्त रूप में दिया जाता है।
4. अस्पष्ट झाइयां:- इस तरह की झाइयां बहुत गहरे रंग की त्वचा में पाई जाती हैं। ऐसी अवस्था में त्वचा की स्थिति के बारे में जानना आसान नहीं होता।
*Vedic Remedy*
👉🏻 खरबूज के बीज व छिलकों को थोड़ा पानी मिलाकर बारीक पीस लें। अब इस लेप को चेहरे पर लगा कर 15 मिनिट तक लगा रहने दें। फिर पानी से चेहरा धो लें। इस पैक को रोजाना चेहरे पर लगाने से आपके चेहरे की झाइयाँ दूर होंगी। *
👉🏻इन चीजों से बचें
*ज्यादा वसा वाला खाना*
*दिन में सोना*
*जंक फूड* *गुस्सा और तनाव*
*ज्यादा ठंड और गर्म वातावरण में रहना।।*
*वैदिक फार्मेसी का उद्देश्य है कि प्राकृतिक उपचार के माध्यम से ही हम शरीर को निरोगी बनाये रखने में सहायता प्रदान कर सकें*